काशी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने वाला
सामाजिक संगठन आरोग्य भारती की प्रान्त स्तरीय बैठक लंका स्थित विश्व संवाद
केन्द्र पर रविवार को आयोजित हुई। बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने
एवं उससे बचाव पर चर्चा हुई। इस दौरान आरोग्य भारतीके राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ अशोक
कुमार वार्ष्णेय ने विगत माह में कोरोना कालखंड के दौरान हुए कार्यों की समीक्षा
की एवं सभी कार्यकर्ताओं को तीसरी लहर से बचाव का नीतिबद्ध तरीके से सुझाव दिया।
उन्होंने संगठन के ढांचा, निर्माण और सम्पर्क पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संगठन को
मजबूत बनाने के लिए एक आदर्श कार्यकर्ता का निर्माण अत्यंत आवश्यक होता है|
उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती के इस अभियान में महिलाओं के
टीम की जानकारी ली एवं उनके कार्य का प्रोत्साहन किया। उन्होंने औषधीय पौधों का
रोपण, प्रचार-प्रसार, योग, घरेलु उपचार एवं
स्वस्थ जीवन शैली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कार्यकर्ता समाज में महिलाओं की टीम
खड़ी करें तथा स्वयं एवं परिवार तथा समाज को रोगमुक्त करने का कार्य करें।
आरोग्य भारती, पूर्वी उत्तर प्रदेश के संयोजक श्रीमान गोविन्द जी ने कहा
कि कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है। उसकी तैयारी के दृष्टिकोण से समाज को जागरूक
करना, आंगनबाड़ी महिलाओं को
तथा समाज के अन्य सेवाभावी कार्यकर्ताओं का कैसे बचाव करें, इसका प्रशिक्षण
आरोग्य मित्र के नाते लोगों को दें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आरोग्य भारती
के द्वारा तैयार किया गया चालीस पृष्ठ का पत्रक जिस पर पूरी सावधानियां एवं
जानकारी दी गयी है, सभी को उपलब्ध्य
करायें एवं सेवाभावी कार्यकर्ताओं को जागरूक कर तीसरी लहर रोकने का प्रयास करें।
अन्त में प्रान्त के अध्यक्ष डॉ.इन्द्रनील
बसु ने आरोग्य भारती के कार्य को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया एवं उपस्थित
सभी जिले के कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। इस दौरान सचिव डॉ.सुनील जी, सह संगठन सचिव डॉ.मनीष
त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष डॉ.
विपुल जी, सहसचिव डॉ.मीनाक्षी
जी, सहसचिव डॉ रणवीर जी, डॉ.कपिल जी, डॉ. रुद्रेश्वर जी, उत्तर भाग अध्यक्ष डॉ के त्रिपाठी जी,
महानगर संयोजक डॉ. ध्रुव जी, डॉ घनश्याम जी, डॉ अर्पिता जी, डॉ अभिषेक, डॉ सुरेश
जी एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। बैठक में सुल्तानपुर एवं विन्ध्याचल से भी
कार्यकर्ता आये थे|
No comments:
Post a Comment