बभनियांव में पिछले कई दिनों से चल रहे पुरातात्विक उत्खनन में पुरातात्विक विभाग को बड़ी सफलता मिली है. इसी स्थान पर लॉकडाउन से पूर्व मार्च में शिवलिंग भी मिला था. शिवलिंग के अरघे के नीचे मिले पत्थर के आधार का विस्तार जानने उत्खनन कार्य जारी था. इसी दौरान प्रारंभिक शिव मंदिर के स्वरुप का प्रमाण मिला. ऐसा माना जा रहा है कि ये काशी का सबसे प्राचीन शिव मंदिर है. उत्खनन के निदेशकद्वय प्रो. ओंकार नाथ सिंह और प्रो. अशोक सिंह का मानना है कि शिवमंदिर का यह स्वरुप प्रारंभिक गुप्तकाल के समय का है. इससे प्राचीन टीले का सांस्कृतिक और पुरातात्विक महत्व बढ़ जायेगा.
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