दशकों के
इंतजार के बाद प्रत्येक रामभक्त का सपना साकार होने जा रहा है. जल्द ही मर्यादा
पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अयोध्या के भव्य राम मंदिर में विराजेंगे. भव्य मंदिर
निर्माण के लिए ‘निधि
समर्पण अभियान’ देशभर में शुरू हो गया, जो माघ पूर्णिमा यानि 27 फरवरी तक
चलेगा.
आज श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान समिति का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी से मिला. रामनाथ कोविंद जी ने परिवार सहित अपना व्यक्तिगत समर्पण समिति सदस्यों को सौंपा तथा अभियान के लिए शुभकामनाएं प्रदान कीं. पूज्य़ स्वामी गोविंददेव गिरी जी महाराज ने बताया कि रामनाथ कोविंद जी ने समर्पण के रूप में 5 लाख 100 रुपये की राशि प्रदान की. उप-राष्ट्रपति वैकेया नायडू पहले ही अपनी समर्पण राशि प्रदान कर चुके हैं. राष्ट्रपति से मिलने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी जी महाराज, VHP कार्याध्यक्ष एडवोकेट अलोक कुमार, श्रीराम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा गए थे.
इसके साथ ही आज प्रातः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने दिल्ली में मंदिर मार्ग स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में शीष नवाया. तथा निधि समर्पण अभियान के निमित्त महामंडलेश्वर पूज्य संत कृष्ण शाह विद्यार्थी जी महाराज से निधि समर्पण हेतु भेंट की.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने 14 जनवर को जम्मू कश्मीर में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण एवं संपर्क अभियान का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि यह धन संग्रह नहीं, बल्कि समर्पण का कार्यक्रम है और समाज अपनी श्रद्धा एवं इच्छा से जो सहयोग करेगा, वह सब स्वीकार्य है.
श्रीराम मंदिर भव्य बनेगा और भगवान के लिए समाज अपने सामर्थ्य के अनुसार स्वयं प्रेरणा से सहयोग करेगा. श्रीराम जन्मभूमि की प्रत्येक कारसेवा में जम्मू कश्मीर के लोगों की अविस्मरणीय भूमिका रही है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख
नरेंद्र ठाकुर ने पटना में हनुमान मंदिर से निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ किया.
श्रीराम मंदिर के लिए ‘निधि समर्पण अभियान’
‘निधि समर्पण अभियान’ में 13 करोड़
परिवारों से संपर्क का लक्ष्य रखा गया है. श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए
10 रुपये, 100 रुपये, 1000 रुपये के कूपन उपलब्ध हैं. इससे अधिक राशि पर रामभक्तों को
रसीद प्रदान की जाएगी. देशभर में 5.25 लाख
गांवों में कार्यकर्ताओं के माध्यम से संपर्क किया जाएगा. इस अभियान में 35 से 40 लाख
कार्यकर्ता जुटेंगे. अभियान का लक्ष्य 65 करोड़
लोगों तक पहुंचना है.
श्रोत- विश्व संवाद केन्द्र, भारत
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