सुलतानपुर।
विश्व में 750 अरब आबादी है
किन्तु किसी एक का भी चेहरा किसी दूसरे से नही मिलता फिर भी हम किसी को अपना रोल
मॉडल बनाते है। हम अपने आप में विशिष्ट हैं। आप किसी की नकल न करें अपने
व्यक्तित्व को निखारें। दुनिया आपके पीछे होगी। अपने स्व को मारे नही, जागृत करें। उक्त बातें अंतरिक्ष विज्ञानी डॉ ओम
प्रकाश पाण्डेय ने सुलतानपुर में आयोजित अमृत महोत्सव के समापन कार्यक्रम में कहीं|
के. एन. आई. परिसर
में भारत माता पूजन एवं सामूहिक वंदे मातरम गान के पश्चात समारोह को संबोधित करते
हुए डॉ ओमप्रकाश ने कहा कि हमारे यहाँ कुछ ऐसे लोग हैं जो राष्ट्र की संस्कृति, दर्शन और परंपरा को नही मानते। आधुनिक बनने के
लिए बहुत कुछ करते रहते हैं। आधुनिक बनने के प्रयास में हम अपनी संस्कृति, दर्शन और परंपरा को छोड़ देते हैं। ऐसे में
स्वजनों में भी स्वतंत्रता नही रहती। आज तक हमें इतिहास में मुगल इंडिया, ब्रिटिश इंडिया का ही इतिहास पढ़ाया जाता रहा है।
75 साल में कुछ नही बदला। भारत किसी भी काल खंड
में एक दिन भी गुलाम नही रहा। वास्तविकता यही है। भ्रम फैलाया गया कि आप पराजितों
के देश में है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बन रहा हैं और काशी में
बाबा भोलेले नाथ का दिव्य स्थल का निर्माण कर राज्य सत्ता आपको संकेत कर रही है
कि भारतीय संस्कृति के हिसाब से सब ठीक कर
लें। कार्यक्रम में दन्त चिकित्सक डॉ अनुराधा ने कहा कि हमारे इतिहास गलत प्रस्तुत
किया गया। कान्वेंट कल्चर ने हमारी भाषा को बिगाड़ दिया। भाषा के सर्वज्ञ हो सकते
है पर विषय का विशेषज्ञ होना जरूरी नही है। उन्होंने आह्वान किया अपने आत्मबल और
स्वाभिमान को ऊंचा रखें। हमें अपने जड़ो की तरफ लौटना चाहिए। इस दौरान डॉ सुधीर
गोयल ने अपने विचार रखे। सांस्कृतिक कार्यक्रम सरस्वती विद्या मंदिर की बलिकाओ ने
प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में शंखनाद डॉ कुँवर दिनकर सिंह ने किया| अन्त में सभी
ने सामूहिक रूप से भारत माता की आरती की|
कार्यक्रम में दिलीप
बरनवाल, वरिष्ठ
प्रचारक रामचंद्र जी, सह प्रान्त प्रचारक मुनीश
जी, अजित जी व डॉ रमाशंकर मिश्र, नवीन श्रीवास्तव, पवनेश मिश्र, अजय गुप्ता, डॉ जेपी सिंह आदि उपस्थित रहें। संयोजन देवी प्रसाद एवं संचालन
डॉ पवन सिंह ने किया।
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