- दो दिवसीय कौशल महोत्सव में 6750 अभ्यर्थियों ने कराया पंजीयन
- दिव्यांग अभ्यार्थियों को भी नौकरी के लिए दिया गया ऑफर
वाराणसी : कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की ओर से बड़ा लालपुर स्थित पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजित दो दिवसीय
कौशल प्रदर्शनी एवं रोजगार मेला संपन्न हुआ। इस मेले में 6750 युवाओं ने पंजीयन कराया। दो दिनों में 1600 अभ्यर्थियों को
शार्ट लिस्टंग कर ऑफर लेटर प्रदान किया गया। साथ ही दिव्यांग अभ्यर्थियों को भी
नौकरी मिली। मेले में 100 से अधिक कंपनियों ने
भाग लिया। विभिन्न कंपनियों की ओर से कौशल का भी प्रदर्शन किया गया।
प्रदेश के लोगों
को बेहतर एवं स्थायी आजीविका प्रदान करने को मंत्रालय की ओर से यह पहल की गई।
मंत्री डा. महेंद्र पांडेय समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे।
उम्मीदवारों को
प्रमाण पत्र वितरित :
कौशल महोत्सव में
असंगठित क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्निग प्रमाणन भी
देखा गया। ऐसे 150 से अधिक
उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र दिया गया। जन शिक्षा संस्थान, राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चंदौली व करौंदी
को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
देश भर में अब तक
१४४० रोजगार मेलों का आयोजन
:
डा. महेंद्र
पांडेय ने कहा कि राष्ट्र विकास में युवाओं की भूमिका सबसे अधिक है। वे कल के नेता
हैं। बताया कि अप्रैल 2018
से जनवरी 2020 तक राष्ट्रीय स्तर पर देश में 1440 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया।
इन कंपनियों की रही सहभागिता :
सौंदर्य और
कल्याण, खुदरा कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, ऑटो मोबाइल, चमड़ा सहित 20 क्षेत्रों के प्रमुख संगठनों ने भाग लिया।
वर्धमान, कार्निवाल सिनेमा, बीबा अपैरल, बार्बेक्यू नेशन, कोटक, कैफे कॉफी डे, स्विगी कंपनियों ने इंटरव्यू लेकर नौकरी का
ऑफर दिया।
इन पदों पर मिली
नौकरी :
सेल्स
एग्जीक्यूटिव, वेयरहाउस
एग्जीक्यूटिव, रिटेल ट्रेनी
एसोसिएट, कस्टमर सर्विस, ब्यूटी थेरेपिस्ट आदि पदों पर चयन किया गया।
डा. महेंद्र पांडेय ने कहा कि नौकरी पाने वाले युवाओं की छह माह तक उनके रोजगार की
ट्रैकिंग की जाएगी। पहले
मात्र तीन माह तक ही ट्रैकिंग की जाती थी।
पूर्वाचल
में भी खुलेगा कौशल विकास संस्थान :
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डा. महेंद्र पांडेय का कहना है कि आइआइटी, आइआइएम जैसे देश में भारतीय कौशल विकास संस्थान भी बनेंगे। वैसे मुंबई, गांधीनगर व कानपुर संस्थान का शिलान्यास हो चुका है। अगर जमीन मिल जाएगी तो
पूर्वाचल में भी कौशल विकास संस्थान खोला जाएगा। पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल में
आयोजित दो दिवसीय कौशल महोत्सव के समापन पर पत्रकारों से बातचीत में डा. पांडेय ने
बताया कि मुंबई में सिंगापुर की तर्ज पर कौशल विकास संस्थान बनने जा रहा है।
पूर्वाचल में यह संस्थान खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मेरी व्यक्तिगत सोच
है कि यहां पर भी बने। हालांकि इसके लिए अभी कोई अधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
तीनों
संस्थानों का होगा लिंक अप :
डा. पांडेय ने बताया कि मुंबई, गांधीनगर व कानपुर में
बनने वाले संस्थान का आपस में लिंक अप कराया जाएगा। ताकि प्रतिस्पर्धा बढ़े
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