पद्म सम्मान 2020 में पद्मविभूषण से
सम्मानित सात नामों में से एक नाम काशी से भी सम्मिलित किया गया। इस बार
संगीत घराने से जुड़े शास्त्रीय गायक पं0 छन्नु लाल मिश्र को पद्मविभूषण से सम्मानित कर देश की सांस्कृतिक राजधानी
काशी को गौरवान्वित किया गया। पं0 छन्नु लाल मिश्र को होरी, चैती, दादरा, ठुमरी या भजन की शैली में
सिद्ध माना जाता है। रामायण के प्रसंगों को उनकी भावपूर्ण शैली से सुसज्जित आवाज
में सुनकर हृदय में अध्यात्म का सागर उमड़ पडता है। यश
भारती, उ.प्र.
संगीत नाटक अकादमी, सुर
संसद मुम्बई का शिरोमणि सम्मान, नौशाद
सम्मान, बिहार संगीत शिरोमणि सम्मान
समेत अन्य कई सम्मान से सम्मानित होने के बावजूद पं0 छन्नु लाल जी का रहन-सहन
आज भी सादगी से पूर्ण ही है। बनारसी शैली में ही रहना, फर्श पर गद्दा-मसनद लगाकर
बैठना उनकी आदतों में शामिल हेा गया है।
पद्म विभूषण सम्मान की नहीं थी आशा :
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के संगीत प्रेमियों
के प्रिय पं0 छन्नु लाल जी का कहना है कि 2010 में पद्मभूषण सम्मान मिला
था और अब मोदी सरकार में पद्म विभूषण सम्मान मिलने की उन्हें कोई आशा नहीं थी।
अचानक जब एक बैठक में उन्हें यह सूचना मिली कि उनका नाम पद्मविभूषण सम्मान के लिए
चयनित किया गया है तो वे भावुक हो उठें।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था नवरत्नों में
शामिल :
गरीबी में बचपन बिताने वाले पं0 छन्नु लाल का संगीत के प्रति
लगाव बचपन से ही था। संगीत के ही पंडित अपने पिता को उन्होंने अपना प्रारम्भिक
गुरु बनया और देखते ही देखते उनकी कला ऐसी सधी कि देश विदेश में वे बनारसी गायकी
का परचम लहराने लगे। छन्नु लाल जी को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने
अपने महत्वाकांक्षी अभियान ‘स्वच्छता
अभियान’ का भी हिस्सा बनाया था।
प्रधानमंत्री ने इस अभियान की अगुवाई करने के लिए अपने नवरत्नों का चयन किया था।
नवरत्नों की इस सूची में एक नाम पं0 छन्नु
लाल का भी शामिल था।
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